ePrivacy and GPDR Cookie Consent by Cookie Consent

What to read after Raakhi Ki Laaj?

Hello there! I go by the name Robo Ratel, your very own AI librarian, and I'm excited to assist you in discovering your next fantastic read after "Raakhi Ki Laaj" by Vrindavan Lal Verma! 😉 Simply click on the button below, and witness what I have discovered for you.

Exciting news! I've found some fantastic books for you! 📚✨ Check below to see your tailored recommendations. Happy reading! 📖😊

Raakhi Ki Laaj

Bestseller Book by Vrindavan Lal Verma: Raakhi Ki Laaj

Vrindavan Lal Verma

Self-Help / Personal Growth / Success

सरदार : तिजोरी की चाबियाँ लाओ, जिसमें युगों से गरीबों को लूट-लूटकर सोना-चाँदी और जवाहिर इकट्ठा कर रक्खा है । अगर चिल्लाए तो गोली से अभी खोपड़ा चकनाचूर कर दूँगा ।

बालाराम : (काँपकर और घिग्घी बँधे हुए गले से) चाबियाँ! चाबियाँ मेरे पास नहीं हैं ।

सरदार : (भयानक स्वर मे) तब खोपड़ा खोला जाता है, तैयार हो जा ।

बालाराम : (भयभीत टूटे और बैठे स्वर मे) चंपी, बेटी चंपी, चाबियाँ दे दे । (चंपा अचकचाकर चादर हटाती है और आँखें मलती हुई बैठ जाती है। अपने पिता की ओर देखती है और घबराई हुई दृष्टि से एक बार सरदार की आकृति की ओर फिर मेघराज को देखती है मेघराज पर उसकी दृष्टि एक क्षण के लिए ठहरती है? उसकी कलार्ड़ पर राखी बँधी हुई है चंपा के दृष्टिपात करते ही मेघराज हिल जाता है)

मेघराज : ओफ! बहिन ओह!!

सरदार : (कड़ककर) क्या?

मेघराज : कुछ नहीं! चलिए यहाँ से । आप गलत घर में आए हैं । चलिए शीघ्र छोड़िए इस जगह को ।

चंपा : (केंद्रित ध्यान से उसके कंठ स्वर को पहचानकर: हाथ जोड़ती हुई) भैया! भैया-राखी की लाज! अपनी बहिन को बचाओ । भैया, तुम्हारे पाँव पड़ती हूँ ।

सरदार : (मेघराज से) तुम बाहर जाओ । (अपने साथी से) क्या देखते हो? बाँध लो, पकड़ो इस बेईमान को!

मेघराज : (दृढ़ और ऊँचे स्वर में) चलो, हटो यहाँ से । हटो, नहीं तो तुम्हारी छाती फूटती है ।

-इसी पुस्तक से

Do you want to read this book? 😳
Buy it now!

Are you curious to discover the likelihood of your enjoyment of "Raakhi Ki Laaj" by Vrindavan Lal Verma? Allow me to assist you! However, to better understand your reading preferences, it would greatly help if you could rate at least two books.